Transformer In Hindi
दोस्तों तो आज हम एक नए विषय के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे आशा करते हैं कि आपको हमारा आर्टिकल पसंद आएगा। आज हम Transformer in hindi के बारे में चर्चा करेंगे, ट्रांसफार्मर क्या होता है, ट्रांसफार्मर के कार्य, ट्रांसफार्मर के प्रकार आदि विषयों पर चर्चा करने वाले हैं। तो सबसे पहले चर्चा कर लेते हैं ट्रांसफार्मर इन हिंदी मैं इसका मतलब क्या होता है।
Transformer In Hindi
Transformer एक प्रकार की इलेक्ट्रॉनिक मशीन है, जो विद्युत धारा को इसके वोल्टेज स्टार में परिवर्तन करके एक सर्किट से दूसरे सर्किट तक पहुंचना है। इस ट्रांसफर में विद्युत ऊर्जा फ्रीक्वेंसी की मात्रा में कोई परिवर्तन नहीं होता है। ट्रांसफार्मर में विद्युत धारा का एक सर्किट दूसरे सर्किट से एक चुंबकीय क्षेत्र में स्थित होता है। चुंबकीय क्षेत्र के बिना विद्युत धारा का ट्रांसफर करना संभव होता है,इसलिए विद्युत धारा को ट्रांसफर करने में Transformer की क्षमता सबसे अधिक होती है। जैसा कि हम सभी जानते हैं हमारे यहां पर ट्रांसफार्मर का साधारण प्रयोग किसी भी विद्युत धारा को एक सर्किट से सर्किट में ले जाने के लिए किया जाता है।
ट्रांसफार्मर के प्रकार
Transformer को विभिन्न मापदंडों के आधार पर बांटा गया है।
संरचना के आधार पर
संरचना के आधार पर Transformer दो प्रकार के होते हैं।
- कोर टाइप ट्रांसफॉर्मर
- सेल टाइप ट्रांसफॉर्मर
फेज के आधार पर
फेज के आधार पर भी Transformer दो प्रकार के होते हैं।
- सिंगल फेज ट्रांसफार्मर
- थ्री फेज ट्रांसफार्मर
इंस्ट्रूमेंट के आधार पर
इंस्ट्रूमेंट के आधार पर भी Transformer दो प्रकार के होते हैं।
- करंट ट्रांसफॉर्मर
- पोटेंशियल ट्रांसफार्मर
कार्य करने के आधार पर
विद्युत परिपथ में कार्य करने के आधार पर Transformer को दो भागों में बांटा गया है।
- स्टेप अप ट्रांसफॉर्मर
- स्टेप डाउन ट्रांसफार्मर
Transformer के मुख्य भाग
वैसे तो Transformer के निर्माण में बहुत सारे कंपोनेंट का प्रयोग किया जाता है, लेकिन विद्युत ट्रांसफर में मुझे ट्रांसफर करने के लिए तीन प्रकारों का प्रयोग किया जाता है।
- प्राइमरी वाइंडिंग
- सेकेंडरी वाइंडिंग
- मैग्नेटिक कोर
प्राइमरी वाइंडिंग :- यह Transformer का प्रथम भाग होता है,इसमें बाहरी विद्युत धारा को ट्रांसफर से कनेक्ट करके जोड़ा जाता है। यह ट्रांसफर में इनपुट की तरह काम करता है , जब प्राइमरी विद्युत धारा को एसी वोल्टेज से जोड़ा जाता है तो उसमें AC धारा प्रवाह थोड़ी लगती है।
सेकेंडरी वाइंडिंग :- यह Transformer के दूसरे साइड जुड़ा हुआ एक कोएल होता है, जिसे सेकेंडरी वाइंडिंग कहते हैं। सेकेंडरी वेडिंग Transformer में आउटपुट की तरह कार्य करता है,जब सेकेंडरी वाइंडिंग को किसी दूसरे विद्युत सर्किट में जोड़ा जाता है तब उसमें विद्युत धारा का प्रवाह होने लगता है।
मैग्नेटिक कोर :- क्या एक प्रकार के आयरन तथा श्सिलिकॉन का बना हुआ कोर होता है, इसका मुख्य कार्य प्राइमरी वाइंडिंग में उत्पन्न हुए चुंबकीय फ्लक्स को कम प्रतिरोध का रास्ता तैयार करना होता है।
ट्रांसफार्मर का क्या काम होता है?
ट्रांसफार्मर का कार्य विद्युत धारा में भाग प्रकार के काम करने में किया जाता है। लेकिन ज्यादातर सर्किट में इसका प्रयोग वोल्टेज को घटाने या बढ़ाने के लिए किया जाता है। इलेक्ट्रिकल पावर सिस्टम में Transformer का प्रयोग किया जाता है। पावर सिस्टम में उपयोग किए जाने वाला Transformer सेटअप एवं सेट सेट डाउन ट्रांसफार्मर होता है।
FAQ
सेकेंडरी वाइंडिंग क्या है?
सेकेंडरी वाइंडिंग :- यह ट्रांसफार्मर के दूसरे साइड जुड़ा हुआ एक कोएल होता है, जिसे सेकेंडरी वाइंडिंग कहते हैं। सेकेंडरी वेडिंग ट्रांसफार्मर में आउटपुट की तरह कार्य करता है,जब सेकेंडरी वाइंडिंग को किसी दूसरे विद्युत सर्किट में जोड़ा जाता है तब उसमें विद्युत धारा का प्रवाह होने लगता है।
ट्रांसफार्मर क्या है?
Transformer एक प्रकार की इलेक्ट्रॉनिक मशीन है, जो विद्युत धारा को इसके वोल्टेज स्टार में परिवर्तन करके एक सर्किट से दूसरे सर्किट तक पहुंचना है। इस ट्रांसफर में विद्युत ऊर्जा फ्रीक्वेंसी की मात्रा में कोई परिवर्तन नहीं होता है। Transformer में विद्युत धारा का एक सर्किट दूसरे सर्किट से एक चुंबकीय क्षेत्र में स्थित होता है। चुंबकीय क्षेत्र के बिना विद्युत धारा का ट्रांसफर करना संभव होता है,इसलिए विद्युत धारा को ट्रांसफर करने में ट्रांसफार्मर की क्षमता सबसे अधिक होती है। जैसा कि हम सभी जानते हैं हमारे यहां पर Transformer का साधारण प्रयोग किसी भी विद्युत धारा को एक सर्किट से सर्किट में ले जाने के लिए किया जाता है।
स्टेप अप ट्रांसफॉर्मर क्या होता है?
यह एक ऐसा ट्रांसफार्मर होता है जो लो वोल्टेज को हाई वोल्टेज में बदलता है।
Transformer किस सिद्धांत पर कार्य करता है?
Transformer म्यूच्यूअल इंडक्शन के सिद्धांत पर कार्य करता है।
स्टेप डाउन ट्रांसफार्मर क्या होता है?
यह एक ऐसा ट्रांसफार्मर होता है जो हाई वोल्टेज को लो वोल्टेज में बदलता है।
समापन
दोस्तों तो उसे आर्टिकल में हमने ट्रांसफार्मर क्या होता है,Transformer के प्रकार, ट्रांसफार्मर का उपयोग आदि विषयों के बारे में जानकारी प्राप्त की है। अगर आपको हमारा आर्टिकल पसंद आया हो तो उसे लाइक एवं शेयर जरूर करें।
Also Read These Post
नैनीताल में घूमने की जगह | Nainital Mein Ghumne Ki Jagah
गूगल का फुल फॉर्म क्या है? | Google ka ful form kya hai?
उदयपुर में घूमने की जगह | Udaipur Mein ghumne ki jagah
दिल्ली में घूमने की जगह|Delhi mein ghumne ki jagah
कंप्यूटर का आविष्कार किसने किया?
12th के बाद साइंस स्टूडेंट क्या करें?
सरकार ने लिया बड़ा फैसला कंप्यूटर लैपटॉप के आयात पर लगाया प्रतिबंध
E-Mitra PM Kisan Status कैसे चेक करे?
Computer ko Hindi mein kya kahate hain | कंप्यूटर को हिंदी में क्या कहते हैं?