BPO full form in hindi
BPO full form in hindi
BPO full form in hindi :- तो हम इस ब्लॉग या आर्टिकल में BPO full form in hindi के संबंध में जानकारी प्राप्त करने वाले हैं। अगर आप भी BPO full form in hindi मैं बारे में सभी प्रकार की जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो हमारे आर्टिकल में अंत तक जरूर बने रहे इसमें हम आपकी सभी सवालों के जवाब देने का प्रयास करेंगे।
नमस्ते दोस्तों स्वागत है आपका Gofordigitalindia में। हम आपको अपने इस आर्टिकल में BPO full form in hindi के बारे में बताएंगे। यह एक ऐसा सवाल होता है जिसके बारे में हर व्यक्ति जानना चाहता हूं हम आपको बीपीओ से जुड़ी समस्त प्रकार की जानकारी उपलब्ध कराएंगे। और हम आपको इस आर्टिकल में बताएंगे कि BPO full form in hindi मैं क्या होता है।
वैसे आप लोगों ने बीपीओ के बारे में तो जरुर सुना होगा क्योंकि यह बहुत ही ज्यादातर उपयोग में किया जाता है इसलिए इसे अपने जरुर सुना होगा। आपकी जानकारी के लिए बता दें बीपीओ एक तरह के छोटे व्यापारिक संगठनों का संगठन होता है। जिनकी मदद से बड़ी कंपनियां अपना काम करवाती हैं तथा आगे बढ़ती है। बड़ी कंपनियों के पास ऐसे बहुत सारे कार्य होते हैं जिन्हें करवाना काफी महंगा होता है तो वह बीपीओ संगठनों का सहारा लेती है।
वैसे आपको समान जानकारी के लिए बता दें कि बीपीओ ऐसे व्यापारिक संगठनों का हिस्सा होता है जब बड़ी कंपनी अपने कार्यों को सही तरीके से नहीं कर पाती है और उन्हें अपने कार्य करने में समस्या उत्पन्न होती है तो वह इन बीपीओ संगठनों का सहारा लेती है और अपना कार्य करवाती है। तो बीपीओ इन कामों को करती है और उनके कार्य के बदले बड़ी कंपनियां बीपीओ संगठनों के लिए पैसा देती है। से कंपनी अपने कार्य पर फोकस कर पाती है और अपना विकास करती है, जिससे बीपीओ कंपनी के लिए कार्य मिलता रहता है।कंपनी उनके लिए कुछ अधिकार और शक्ति भी देती है जिससे उनका कार्य आसान हो सकता है।
यह छोटे संगठन होते हैं जो की अपनी सर्विस देते हैं और बड़ी कंपनी को उनके कार्य करने के सहायता प्रदान करते हैं। वर्तमान समय में ऐसे बहुत सारे बीपीओ सेंटर कॉल कर रही है।यह कॉल सेंटर जैसी होती है लेकिन इनका कार्य उनसे बहुत भिन्न होता है।
तो अब आपके मन में यह सवाल जरूर आ रहा होगा बीपीओ क्या होता है,BPO full form in hindi बीपीओ बनने के लिए योग्यता आदि सवाल आपके मन में जरूर आ रहे हो। अगर आप अपने सवाल BPO full form in hindi का जवाब चाहते हैं तो हमारे आर्टिकल BPO full form in hindi के साथ जुड़े रहे ।
हम आपको हमारे इस आर्टिकल में BPO full form in hindi से संबंधित समस्त प्रकार की जानकारी देने वाले है अगर आप अपने सभी प्रकार के डाउट क्लियर करना चाहते हैं तो हमारे आर्टिकल में बनी रहे।
BPO क्या होता है?
बीपीओ एक प्रकार के व्यापारिक छोटे संगठन होते हैं, जिनकी सहायता से अन्य कंपनियां अपने कार्यों को करवाते हैं।हर कंपनी के ऐसे बहुत सारे कर होते हैं जिन्हे उन्हें करवाना बहुत महगा होता है, और उसके लिए हर कंपनी को अन्य डिपार्टमेंट बने होते हैं। अब ऐसे करो करवाने के लिए कंपनी को अलग से डिपार्टमेंट की सहायता पड़ती है। कंपनी कौ इन कार्यों के लिए अलग से स्टाफ,अलग से ऑफिस तथा अलग से कर्मचारी लगे होते हैं।इसलिए कंपनी BPO का सहारा लेते हैं।
जब बड़ी कंपनी अपने कार्यों को सही तरीके से नहीं कर पाती है और उन्हें अपने कार्य करने में समस्या उत्पन्न होती है तो वह इन बीपीओ संगठनों का सहारा लेती है और अपना कार्य करवाती है। तो बीपीओ इन कामों को करती है और उनके कार्य के बदले बड़ी कंपनियां बीपीओ संगठनों के लिए पैसा देती है। से कंपनी अपने कार्य पर फोकस कर पाती है और अपना विकास करती है, जिससे बीपीओ कंपनी के लिए कार्य मिलता रहता है।कंपनी उनके लिए कुछ अधिकार और शक्ति भी देती है जिससे उनका कार्य आसान हो सकता है।
BPO full form in hindi
BPO full form in hindi मे बिजनेस प्रोसेसिंग आउटसोर्स होता है। एक प्रकार के छोटे संगठन होते हैं जब बड़ी कंपनियां अपना टारगेट पूरा नहीं कर पाती है तो तो अपनी कार्यों को छोटी कंपनियों को दे देते हैं इसके बाद उन्हें कंपनी को पैसे देने होते हैं।
BPO कितने प्रकार के होते हैं?
BPO तीन प्रकार के होते हैं।
- ऑफशोर आउटसोर्सिंग
- ऑन सोर्स आउटसोर्सिंग
- नियर सोर्स आउटसोर्सिंग
ऑफशोर आउटसोर्सिंग :- जब एक कंपनी एक लिखित कांटेक्ट के माध्यम से किसी दूसरे देश की कंपनी को अपनी सर्विस प्रदान करने का अवसर देती है। तो ऑफशोर आउटसोर्सिंग कहते है,जैसे oppo और vivo के कस्टमर के केयर सेंटर india मे है। सभी कंपनियां बीपीओ के माध्यम से ही अपने कार्य करवाते हैं।
ऑन सोर्स आउटसोर्सिंग :- इसमें काम करवाने काम वाली कंपनी तथा काम करने वाली कंपनी एक ही देश के होते हैं तथा एक दूसरे को अपनी सर्विस प्रदान करते हैं यह प्रक्रिया काफी प्रचलित है।
नियर सोर्स आउटसोर्सिंग :- इसमें कोई भी आसपास की कंपनी अपनी स्थानीय कंपनी को ही अपनी सेवा प्रदान करती है। इस प्रक्रिया को ज्यादातर छोटी कंपनी तथा ग्रामीण कंपनी का इसका उपयोग करते हैं।
BPO की job मे क्या कार्य करना पड़ता है?
अगर आप बीपीओ में जॉब करना चाहते हैं तो आपको इसमें दो प्रकार से कार्य करना पड़ता है जो कि इस प्रकार है।
फ्रंट ऑफिस सर्विस वर्क :- फ्रंट ऑफिस सर्विस के माध्यम से कस्टमर को तकनीकी सहायता प्रदान की जाती है, इसमें कस्टमर केयर आपकी समस्याओं को सुनते हैं तथा उन्हें हल करने का प्रयास करती है।
बैक ऑफिस सर्विस वर्क :- बैक ऑफिस सर्विस वर्क में कंपनी के प्रमुख व्यावसायिक कार्य किए जाते हैं जैसे डाटा एंट्री, बिलिंग पेमेंट होते हैं।
BPO की सैलरी कितनी होती है?
अगर आप कोई भी जॉब करते हैं तो आपकी मन में ऐसा सवाल सबसे पहले आता है कि उसकी सैलरी कितनी होती है। क्योंकि आप सभी लोग जानते हैं बीपीओ एक प्रकार का प्राइवेट सेक्टर होता है तो उसमें पार्ट टाइम फुल टाइम के आधार पर ही आपकी सैलरी डिपेंड करती है। फुल टाइम जॉब करते हैं तो उसकी सैलरी 12000 से लेकर 16000 तक हो सकती है।
BPO के लिये योग्यता
बीपीओ बनने के लिए आपको किसी भी विषय में स्नातक की डिग्री प्राप्त होनी चाहिए,अगर बैचलर डिग्री मैथ इंग्लिश कॉमर्स अच्छा होता है।
सारांश
हां दोस्तों तो हमारी पोस्ट BPO full form in hindi आपको पसंद आई होगी। तो हमने इस पोस्ट में यह जाना की बीपीओ क्या होता है, बीपीओ फुल फॉर्म इन हिंदी में क्या होता है,दोस्तों हमारा मतलब यह है कि आपको हमारी पोस्ट के माध्यम से आपको साल भाषा में समस्त प्रकार की जानकारी उपलब्ध कराई जाए। फिर भी अगर आपकी मन में कोई भी सवाल हो तो हमें कमेंट करके जरूर बता दें।
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FAQs
BPO का क्या काम होता है?
जैसा कि हम सभी लोग जानते हैं बीपीओ एक प्रकार की व्यापारिक संगठन होते हैं जिनका किसी कंपनी के द्वारा कार्य दिया जाता है यह एक प्रकार से थर्ड पार्टी होती है।
BPO full farm in english क्या होता है?
BPO फुल फॉर्म इन इंग्लिश में business process outsource होता है।
BPO full form in hindi
BPO full form in hindi मे बिजनेस प्रोसेसिंग आउटसोर्स होता है। एक प्रकार के छोटे संगठन होते हैं जब बड़ी कंपनियां अपना टारगेट पूरा नहीं कर पाती है तो तो अपनी कार्यों को छोटी कंपनियों को दे देते हैं इसके बाद उन्हें कंपनी को पैसे देने होते हैं।
फ्रंट ऑफिस सर्विस वर्क kya hai?
फ्रंट ऑफिस सर्विस वर्क :- फ्रंट ऑफिस सर्विस के माध्यम से कस्टमर को तकनीकी सहायता प्रदान की जाती है, इसमें कस्टमर केयर आपकी समस्याओं को सुनते हैं तथा उन्हें हल करने का प्रयास करती है।
Offshore outsourcing kya hai?
ऑफशोर आउटसोर्सिंग :- जब एक कंपनी एक लिखित कांटेक्ट के माध्यम से किसी दूसरे देश की कंपनी को अपनी सर्विस प्रदान करने का अवसर देती है। तो ऑफशोर आउटसोर्सिंग कहते है,जैसे oppo और vivo के कस्टमर के केयर सेंटर india मे है। सभी कंपनियां बीपीओ के माध्यम से ही अपने कार्य करवाते हैं।
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