1. श्रम की गतिशीलता का अभाव– रूढ़िवादिता पारिवारिक मुंह के कारण भारतीय श्रम को मैं गतिशीलता का अभाव पाया जाता है।
2. दोषपूर्ण शिक्षा पद्धति– यहां की शिक्षा पद्धति व्यवसाय प्रधान या व्यावहारिक के वजह सिद्धांत प्रधान है जिसके कारण बेरोजगारी दिनों दिन बड़ी जा रही है।
3. ऋणपूर्ण नियोजन– स्वतंत्रता के उपरांत देश में आर्थिक नियोजन अपना गया लेकिन पूर्ण नियोजन के कारण बेरोजगारी बढ़ती जा रही है।
4. महिलाओं की नौकरी– स्वतंत्रता के पूर्व देश में बहुत कम महिलाएं काम करती थी लेकिन अब सभी क्षेत्रों में महिलाएं नौकरी करने लगी है जिससे बेरोजगारी का अनुपात बढ़ता जा रहा है।
5. शरणार्थी की समस्या– देश के विभाजन से होने से भारी संख्या में शरणार्थी का आगमन हुआ सन 1971 में बांग्लादेश के युद्ध के कारण समानार्थी के आगमन में भारी वृद्धि हुई जिससे बेरोजगारी में भी वृद्धि हुई है।